Monday, July 18, 2022

बच्चों को कैसे रखें स्वस्थ

*बच्चों को कैसे रखें स्वस्थ*

बच्चे बहुत चंचल होते हैं। उन्हें नहीं पता होता कि कौन सा खाना स्‍वाथ्‍यवर्धक है। उन्हें कब जागना है और कब सोना है। वह जीवन चर्या को कैसे अच्छा बना सकते हैं। ऐसे में उनकी सेहत की पूरी जिम्मेदारी मां के कंधों पर चली जाती है। आज बच्‍चों की सेहत को लेकर काफी अभिभावक चिंतित रहते हैं। उसके खानपान, पहनावा, रहन-सहन, दिनचर्या व पढ़ाई आदि को लेकर ढेरों चिंताएं रहतीं हैं। आइये जानते हैं कि थोड़े से प्रबंधन से बच्चों को कैसे हष्ट-पुष्ट और ऊर्जावान बनाए रख सकते हैं।

· प्रभात बेला में जगना हर किसी के लिए स्वास्थ्यवर्धक होता है। ऐसे में बच्चों में अभी से सुबह जल्दी जागने का व्यवहार विकसित करें।

· उन्हें सुबह की नित्य क्रिया के बाद अध्ययन के लिए प्रेरित करें और सुबह स्नान के पश्चात पूजा व ध्यान जरूर कराएं। इससे तन और मन दोनों स्वस्थ रहेंगे।

· कोशिश करें कि उनका पहनावा ढीला-ढाला ही हो। टाइट कपड़ों से परहेज ही बेहतर विकल्प है। सूती व खादी के वस्त्र शरीर के लिए गुणकारी साबित होते हैं।

· उनके खानपान में जरूरी पोषक तत्वों जैसे फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन व मिनरल आदि प्रचुर मात्रा में हों, इसका पूरा ख्‍याल रखें।

· अंकुरित अनाज, मौसम के आधार पर फल और हरी सब्जियां, दूध-दही, दाल, जूस व भरपूर पानी पीने की आदत बच्चों में डालें।  

· पूरा प्रयास करें कि बच्‍चों के सामने खुद भी मोबाइल आदि गैजेट्स कम प्रयोग करें और उन्हें इससे पूरी तरह दूर ही रखें। बच्‍चों के साथ अपना पूरा वक्त बिताएं।

· आज बाजार में शिक्षा से संबंधित ढेरों मैप स्‍ट्रक्‍चर, आकर्षक किताबें व कॉमिक्‍स मौजूद हैं जो बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होते हैं। बच्चों में पढ़ने की क्षमता विकसित करें।

· बच्‍चों के सामने हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहें। उनको अपनी खूबसूरत यादों से परिचित कराएं। उन्हें रिश्तों की अहमियत और उनके साथ बिताए पलों व खूबसूरत एहसास को बताएं।

· बच्‍चों को प्रेरक कहानियां सुनाएं। उन्हें आशावादी बनाएं और निराशा के वक्त कैसे खुद को मजबूत किया जा सकता है जरूर बताएं। गलतियों से सीख और अच्छाइयों से सेवा का हुनर पैदा करें।

· परोपकार, दान और सेवा के लिए हमेशा बच्चों को प्रेरित करते रहें। नैतिक शिक्षा का ज्ञान देते हुए उनमें एक बेहतर नागरिक बनने की क्षमता अभी से विकसित करें।

· सबसे अहम बात यह है कि पूरी कोशिश करें कि बच्चे देर रात तक जागते न रहें। पैर-हाथ धुल कर जल्‍द बिस्तर में चले जाएं। उनके लिए आठ घंटे की गहरी नींद बहुत जरूरी है।
डॉ राजेश बतरा, दिल्ली।